Gemini : क्या यह Google का AI में अगला बड़ा कदम है?
क्या है Google Gemini ?
जैसा कि आप जानते हैं, हर दिन AI (Artificial Intelligence) का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, गूगल ने अब इसमें एक नया कदम उठाया है। 6 दिसंबर को लॉन्च हुई ‘प्रोजेक्ट Gemini’ ने AI को एक नए लेवल पर ले जाने का दावा किया है। यह AI मॉडल, जिसने इंसान जैसे व्यवहार करने की ट्रेनिंग प्राप्त की है, जैसे कि गूगल के AI-पावर्ड चैटबॉट बार्ड और पिक्सेल 8 प्रो स्मार्टफोन में शामिल होने वाला है।
Gemini के आने से होने वाले बदलाब:
Gemini के आने से, गूगल ने दावा किया है कि बार्ड और पिक्सल 8 प्रो नए फीचर्स से युक्त हो जाएंगे। बार्ड अब और भी समझदार बनेगा और प्लानिंग जैसे कार्यों में बेहतर काम करेगा। Pixel 8 Pro पर Gemini रिकॉर्डिंग्स को जल्दी Summarized कर सकेगा और मैसेजिंग सेवाएं जैसे व्हाट्सएप पर स्वचालित उत्तर भी दे सकेगा।
लेकिन Gemini का असली दमदार वर्जन, ‘बार्ड एडवांस्ड’, 2024 की शुरुआत में आएगा। हां चैटबॉट पहले टेस्ट ऑडियंस को ही दिया जाएगा। AI का पहला version सिर्फ अंग्रेजी भाषा में काम करेगा, लेकिन गूगल के अधिकारियों ने बताया है कि धीरे-धीरे भाषाओं में भी बदलाव होगा।
Gemini के एक डेमो के आधार पर, गूगल का ‘बार्ड एडवांस्ड’ AI multitasking कर सकता है, जैसे प्रेजेंटेशन में टेक्स्ट, फोटो और वीडियो को पहचाना और समझा जा सकता है। Gemini को आगे चलकर गूगल के सर्च इंजन में भी शामिल किया जाएगा, लेकिन इसकी टाइमिंग अभी तक ठीक से नहीं बताई गयी है।
गूगल डीपमाइंड के सीईओ डेमिस हसबिस ने कहा है कि Gemini के आने से AI के विकास में एक नया कदम है। गूगल ने लगभाग दस साल पहले लंदन स्थित डीपमाइंड को माइक्रोसॉफ्ट के मेटा (फेसबुक) जैसे बड़े bidders से जीत कर खरीदा था और उसको अपने ‘ब्रेन’ डिविजन के साथ जोड़ दिया था ताकि Gemini का विकास हो सके।
AI के सपोर्ट साइड में टेक्नोलॉजी के सलूशन की चिंता की जाती है, जबकी ओप्पोसिंग साइड को चिंता है कि ये टेक्नोलॉजी आखिर में इंसान की बुद्धि को भी पार न कर जाये, जिसकी वजह से करोड़ो नौकरियों का नुक्सान हो सकता है या फिर गलत सूचना को मिल सकता है।
क्या बोले सुन्दर पिचाई:
सुंदर पिचाई ने अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि गूगल ‘धीरे-धीरे और जिम्मेदारी के साथ’ काम पर लग रहा है। लेकिन इसके साथ ही वो ये भी लिखते हैं कि AI को अधिक समर्थन देना भी जरूरी है ताकि इसे लोग और समाज पर बड़े फायदे हो सकें।
Gemini के आने से AI के कॉम्पिटिशन में भी नया ट्रेंड आएगा, जहां तक OpenAI और माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से भी। माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI को फाइनेंसियल और कंप्यूटिंग पावर के साथ समर्थन दिया है, जबकी OpenAI अपने प्रोडक्ट्स का commercialization करने की कोशिश में ज्यादा एग्रेसिव हो गया है।
Gemini के आने से OpenAI को भी Google के साथ कम्पटीशन करने की ज़रूरत पड़ेगी। गूगल डीपमाइंड के प्रोडक्ट वाईस प्रेजिडेंट एली कोलिन्स ने Gemini की पावर को देखा है और वो इस पर खुद हैरान हैं।
GPT-4 को पीछे छोड़ेगा गूगल का Gemini:
Gemini की टेक्निकल जानकारी के बारे में गूगल ने कुछ शेयर नहीं किया है, लेकिन व्हाइट पेपर के मुताबिक ये मॉडल GPT-4 को भी पीछे छोड़ सकता है।
AI के फील्ड में गूगल के बढ़ते कदमो का उद्देश्य है कि ये टेक्नोलॉजी लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाए। लेकिन इसके साथ ही साथ, सावधानी भी जरूरी है ताकि ये तकनीक हमें और समाज को नुकसान न पहुंचाए।
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FAQ
Gemini एक AI मॉडल है जिसे गूगल ने लॉन्च किया है। यह AI मॉडल इंसान जैसे व्यवहार करने की ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
Gemini अगले वर्शन ‘बार्ड एडवांस्ड’ में एंबेड होकर चैटबॉट की समझ को और भी तेज़ बनाएगा और उसे AI multitasking की क्षमता देगा।
Gemini की टेक्निकल जानकारी में कुछ साझा नहीं किया गया है, लेकिन गूगल अनुसार, यह GPT-4 को भी पीछे छोड़ सकता है।
AI के इस नए मॉडल का समाज पर बड़ा प्रभाव हो सकता है, जो कि लोगों की जिंदगी को बेहतर बना सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि यह टेक्निकल नुकसान नहीं पहुंचता हो।
गूगल के अलावा OpenAI और माइक्रोसॉफ्ट भी AI फील्ड में महत्त्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। OpenAI ने भी अपने प्रोडक्ट्स का commercialization करने के लिए प्रयास किया है।