Rashmika Mandana Viral Video : आखिर क्या है सच?
Rashmika Mandana Viral Video : आज के टाइम में डिजिटल टेक्नोलॉजी तरक्की पर है ठीक वैसे ही आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस भी बहोत अधिक मांग बढ़ती जा रही है एक तरफ आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस जहाँ हमारे लिए कई काम चुटकियों में कर देता है वहीँ दूसरी तरफ ये हमारे लिए नुकसानदाई भी साबित हो सकता है। Rashmika Mandana को तो आप लोग जानते ही होंगे आपको बता दें कि, Rashmika Mandana एक इंडियन एक्ट्रेस हैं और मॉडल भी हैं जो ज्यादातर तेलगु और कन्नड़ फिल्मों में काम करती हैं इसके अलावा बॉलीवुड में भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। अब उनकी एक नई फिल्म रणवीर कपूर के साथ आ रही है जिसको लेकर Rashmika Mandana काफी सुर्ख़ियों में हैं।
Rashmika Mandana Viral Video:
Rashmika Mandana Viral Video Secret
दरअसल Rashmika Mandana का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है हो सकता है आपने भी वो वीडियो देखा हो , उस वीडियो को देखने के बाद आपको लगेगा की ये तो Rashmika Mandana है शायद किसी को नहीं भी लगे अब ज़रा आप ये वीडियो ध्यान देखिए कुछ देर तक इस वीडियो को अगर आप देखते रहेंगे तो आपका ये अंदाजा लगाना शायद मुश्किल हो सकता है कि इसमें ओरिजनल वीडियो कौन सा है बस यही है A.I का कमाल, लेकिन इससे कितना बड़ा खतरा पैदा हो सकता है, इसको लेकर दुनियाभर में काफी चर्चा हो रही है।
दरअसल यह वीडियो Rashmika Mandana नाम से सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है इस वीडियो में एक महिला लिफ्ट के अंदर आती हुई नजर आ रही है जिसके फेस को A.I ने बिल्कुल Rashmika Mandana (Rashmika Mandana Viral Video) जैसा कर दिया है, ऐसे में ये सवाल उठता है की आखिर ये लड़की है कौन दरअसल एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो का फैक्ट चेक किया जहाँ पर पहले तो उसने ये Rashmika Mandana वाला वीडियो पोस्ट किया और लिखा भारत में डीप फेक से लिपटने के लिए क़ानूनी और फ्रेमवर्क ढाँचे की तत्काल जरुरत है एक्टर Rashmika Mandana का ये वायरल वीडियो आपने इंस्टाग्राम पर देखा होगा लेकिन ये ज़ारा पटेल का एक डीप फेक वीडियो है।
आपको बता दें की जब इंस्टाग्राम पर ज़ारा पटेल की ये डीप फेक वीडियो को देखा गया तो ये वीडियो वहां मौजूद था। नौ अक्टूबर को ज़ारा पटेल ने इस वीडियो को पोस्ट किया था और उसमे लिखा था POV : you almost close tha elevator door on me again इसके अलावा अभिषेक ने अपने दुसरे ट्विटर tab ओरिजिनल वीडियो पोस्ट किया था जिसमे लिखा था The original video is of Zara Patel, a British-Indian girl with 415K followers on Instagram. She uploaded this video on Instagram on 9 October. (2/3)
इसके अलावा अभिषेक के तीसरे ट्वीट में उन्होंने एक भोअत ही जरुरी बात बताई उन्होंने कहा की deep fake point of view se bata raha hu वायरल वीडियो आम सोशल मीडिया उसेर्स के लिए इसके जाल में फसने के लिए बिलकुल आसान है लेकिन आप वीडियो को अगर शुरू से देख्रेंगे यानी 0.01 पर देख पाएंगे की रश्मिका जब लिफ्ट के अंदर एंटर कर रही थी तब अचानक उसका चेहरा दूसरी लड़की से बदलकर रश्मिका का हो जाता है।
डीप फेक क्या है?
तो चलिए अब आपको डीप फेक के बारे में भी बताते हैं की ये है क्या, डीप फेक वह तकनीक है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके आपकी आइडेंटिटी को नकली रूप में तैयार किया जाता है। इसके द्वारा फिर अलग-अलग प्रकार के कंटेंट जैसे वीडियो, ऑडियो, और तस्वीरें बनाई जाती हैं, जिनसे असली और नकली को पहचानना मुश्किल हो जाता है।
जैसा की आप जानते हैं की पूरी दुनिया में इस टाइम A.I यानी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का क्रेज है। लोग A.I चाट बोत और टूल्स की मदद से अपना सारा काम करा लेना चाहते हैं लेकिन इस टेक्नोलॉजी ने जहाँ आपकी लाइफ आसान बनाई है वहीँ ये अपने साथ एक मुसीबत भी लेकर आया है जो हमने आपको अवि दिखाई है डिजिटल फ्रॉड इसी टेक्नोलॉजी का उसे करके डीप फेक का इस्तेमाल कर लोगों की जेब काट रहें हैं हाल ही में केरल के एक व्यक्ति को डीप फेक के जरिये 40000 का चुना लगाया गया है।
फ्राड करने वाले किसको चुना लगाना होता है उसकी कुछ जरुरी जानकारी जुटाते हैं जैसे फोटो, वीडियो, ऑडियो रिकॉर्डिंग इससे उसके जैसी लगने वाली आइडेंटिटी तैयार करते हैं फिर आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस से प्रोसेस करके और डीप लर्निंग टेक्नोलॉजी की मदद से मॉडल्स बनाये जाते हैं जो हूबहू मिलता हुआ डीप फेक कंटेंट तैयार करता है और इसके बाद इससे डीप फेक वीडियो और ऑडियो बनाया जाता है जिससे किसी का फ्रॉड के लिए शिकार किया जा सके।
इसलिए आपको ऐसी डीप फेक सकामे को पहचानना जरुरी है कैसे पहचानेंगे आपको बताते हैं जब आपके पास कॉल आये तो आपको कॉलर की आवकज थोड़ी बदली हुई लगेगी कॉलर आपसे पर्सनल और जरुरी जानकारी मांगेगा कॉलर पैसो की मदद मांगेगा या कुछ अलग वर्ताब करेगा या फिर आप कॉल वेरीफाई करने की कोशिश करेंगे तो आपको सही जानकारी नहीं देगा।
डीप फेक के नुक्सान:
ऑनलाइन फ्रॉड:
डीप फेक का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह ऑनलाइन फ्रॉड को बढ़ावा देता है। लोगों की नकली आइडेंटिटी का उपयोग करके फिर उनकी जेब को काटने का प्रयास किया जा सकता है।
सोशल मीडिया में दुश्मनता फैलाना:
डीप फेक से बनाए गए वीडियो और तस्वीरों का दुरुपयोग करके व्यक्ति को सोशल मीडिया पर बदनाम करने का उद्देश्य हो सकता है, जिससे उनकी छवि पर हमला हो।
साइबर बुलींग:
डीप फेक से बनाए गए वीडियो या तस्वीरों का इस्तेमाल करके किसी को साइबर बुलींग का शिकार बनाने का खतरा हो सकता है।
डीप फेक कैसे पहचानें?
कॉलर आवाज:
जब कोई आपसे कॉल करता है, तो ध्यान दें कि उनकी आवाज कितनी बदली हुई है। फ्रॉड करने वाले व्यक्ति आपसे जानकारी मांगने के लिए इस तकनीक का उपयोग कर सकते हैं।
वेबसाइटों की वेरिफिकेशन :
वेरिफिकेशन के लिए ऑनलाइन वेबसाइटों की मदद लें। किसी भी वेरीफाई वेबसाइट का उपयोग करें जो फोन नंबर, ईमेल आईडी, या अन्य जानकारी को वेरीफाई करने में मदद कर सकती है।
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कॉल वेरीफिकेशन :
जब कोई कॉल वेरीफिकेशन करने का दावा करता है, तो आपको अलर्ट रहना चाहिए। यदि कोई आपसे पर्सनल जानकारी मांगता है, तो इसे प्रदान करने से पहले कन्फर्म करें कि यह सत्य है।
सोशल मीडिया प्रोफाइलों की जाँच:
सोशल मीडिया प्रोफाइलों को ध्यान से चेक करे और अगर कोई दौब्त्फुल लगता है, तो उसकी वेरिफिकेशन के लिए युज़रस की अन्य वेबसाइटों पर भी जाँच करें।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के खतरे:
Violation of privacy :
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके पर्सनल इनफार्मेशन को चोरी होने का खतरा हो सकता है। इसलिए अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखे और सतर्क रहें।
पर्सनल डाटा का यूज़:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनियां आपके ऑनलाइन बिहेवियर का डेटा इकट्ठा कर सकती हैं और इसे मार्केटिंग सेवाओं के लिए उपयोग कर सकती हैं, जो आपकी सोशल और इकनोमिक रूप से जीवन को एफेक्ट कर सकता है।
इस आर्टिकल में हमने आपको बताया की A.I आपके लिए किस तरह नुकसानदायक हो सकता है और आप इससे कैसे बच सकते हैं। ऐसे ही और पोस्ट पढ़ने के लिए जुड़े रहें हमारे साथ।
FAQ
डीप फेक एक तकनीक है जिसमें पर्सनल या गलत जानकारी को उपयोग करके वीडियो या पिक्चर्स को किसी और की तरह दिखाया जाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक तकनीकी क्षेत्र है जो मशीनों को सोचने और सीखने की क्षमता प्रदान करता है।
डीप फेक को पहचानने के लिए, ध्यान से चेहरे के सभी अंगों, और उनके आचार-व्यवहार की जांच की जानी चाहिए।